भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन

  हिन्दी मास के अन्तर्गत दिनांक 29.09.2025 को भा.वा.अ.शि.प.-पारिस्थितिक पुनस्र्थापन केन्द्र, प्रयागराज एवं राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘राजभाषा, विज्ञान एवं समाज’’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया  .:   10 October 2025

 10वां आयुर्वेद दिवस - आईसीएफआरई-इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज द्वारा वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन  .:   09 October 2025

 आईसीएफआरई- इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज द्वारा हिंदी माह-2025 के उपलक्ष्य में राजभाषा और विज्ञान पर व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन  .:   09 October 2025

 आईसीएफआरई-ईआरसी, प्रयागराज द्वारा चंदन की व्यावसायिक खेती पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की कार्यवाही  .:   08 October 2025

 टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा आरईटी और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण प्रजातियों के संरक्षण और प्रसार तकनीकों पर एक रिपोर्ट  .:   08 October 2025

 केरल वन विभाग, नेम्मारा प्रभाग के सहयोग से भा.वा.अ.शि.प-व.आ.वृ.प्र.सं, कोयंबत्तूर के द्वारा 20 सितंबर, 2025 को ‘कृषि आय बढ़ाने के लिए वृक्ष संवर्धन तकनीक’ विषय पर आयोजित ‘वृक्ष उत्पादक मेला 2025’ का रिपोर्ट  .:   08 October 2025

  वन आनुवंशिकी एवं वृक्ष प्रजनन संस्थान, कोयम्बटूर में 29 सितंबर 2025 को हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन   .:   08 October 2025

  वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने वन्यजीव सप्ताह 2025 के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया  .:   08 October 2025

 भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद में 29 सितंबर 2025 को हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन   .:   08 October 2025

 आईसीएफआरई, देहरादून में आज 06 अक्टूबर 2025 से 10 अक्टूबर 2025 तक सरकारी क्षेत्र में कार्यरत वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत 'पर्यावरणीय प्रभाव आकलन - साक्ष्य आधारित निर्णय लेने' पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की उद्घाटन रिपोर्ट  .:   07 October 2025

 आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट (असम) ने 3 सितंबर 2025 को आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट में मासिक संगोष्ठी का आयोजन किया  .:   03 October 2025

 23 से 25 सितंबर, 2025 तक नए वीवीके एचएनबी जीयू श्रीनगर में "भूमि प्रबंधन के लिए कृषि वानिकी प्रजातियों की खेती" पर आयोजित प्रशिक्षण की रिपोर्ट  .:   30 September 2025

 एएफआरआई, जोधपुर में 23 सितंबर 2025 को आयोजित वृक्ष उत्पादक मेले की रिपोर्ट  .:   26 September 2025

 आईसीएफआरई - उष्णकटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर ने "एक दिन, एक साथ, एक घंटा" थीम पर एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान का आयोजन किया  .:   26 September 2025

 टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा 23 सितंबर 2025 को वन विद्यालय, लखनादौन में एक दिवसीय वृक्ष उत्पादक मेले का आयोजन  .:   25 September 2025

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भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी

  जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी

जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है। 

  कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक

पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।

  मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक

वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।

  देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन

देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।

  बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण

उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।

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